मुझे तुम से मोहब्बत हो गई है
ये दुनिया ख़ूबसूरत हो गई हैं
ख़ुदा से रोज तुम को माँगता हूँ
मेरी चाहत इबादत हो गई है
वो चेहरा चाँद है, आँखें सितारे
ज़मी फूलों की जन्नत हो गई है
बहुत दिन से तुम्हें देखा नहीं है
चले भी आओ मुद्दत हो गई है
ये दुनिया ख़ूबसूरत हो गई हैं
ख़ुदा से रोज तुम को माँगता हूँ
मेरी चाहत इबादत हो गई है
वो चेहरा चाँद है, आँखें सितारे
ज़मी फूलों की जन्नत हो गई है
बहुत दिन से तुम्हें देखा नहीं है
चले भी आओ मुद्दत हो गई है
-बशीर बद्र
Mujhe tumse mohabbat ho gayi hai
Ye duniya khoobsurat ho gayi hai
Khuda se roz tumko maangta hoon
Meri chahat ibaadat ho gayi hai
Wo chehra chaand hai, aankhen sitaare
Zameen phoolon ki jannat ho gayi hai
Bahut din se tumhe dekha nahi hai
Chale bhi aao muddat ho gayi hai
-Bashir Badr
mujha padha kr acha laga nice
ReplyDeletehttps://satyampoetrys.blogspot.com
legend vicec
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