सुन ली जो ख़ुदा ने वो दुआ तुम तो नहीं हो
दरवाज़े पे दस्तक की सदा तुम तो नहीं हो
(सदा = आवाज़)
महसूस किया तुम को तो गीली हुईं पलकें
भीगे हुए मौसम की अदा तुम तो नहीं हो
अन्जानी सी राहों में नहीं कोई भी मेरा
किस ने मुझे यूँ अपना कहा तुम तो नहीं हो
दुनिया को बहरहाल गिले शिकवे रहेंगे
दुनिया की तरह मुझ से ख़फ़ा तुम तो नहीं हो
सिमटी हुई शर्माई हुई रात की रानी
सोई हुई कलियों की हया तुम तो नहीं हो
-बशीर बद्र
Sun li jo khuda ne wo duaa tum to nahi ho
Darwaze pe dastak ki sada tum to nahi ho
Mehsoos kiya tumko to geeli hui palken
Bheege hue mausam ki adaa tum to nahi ho
Anjaani si raahon mein nahi koi bhi mera
Kisne mujhe apana kaha tum to nahi ho
Duniya ko baharhaal gile shikwe rahenge
Duniya ki tarah mujhse khafa tum to nahi ho
-Bashir Badr
दरवाज़े पे दस्तक की सदा तुम तो नहीं हो
(सदा = आवाज़)
महसूस किया तुम को तो गीली हुईं पलकें
भीगे हुए मौसम की अदा तुम तो नहीं हो
अन्जानी सी राहों में नहीं कोई भी मेरा
किस ने मुझे यूँ अपना कहा तुम तो नहीं हो
दुनिया को बहरहाल गिले शिकवे रहेंगे
दुनिया की तरह मुझ से ख़फ़ा तुम तो नहीं हो
सिमटी हुई शर्माई हुई रात की रानी
सोई हुई कलियों की हया तुम तो नहीं हो
-बशीर बद्र
Sun li jo khuda ne wo duaa tum to nahi ho
Darwaze pe dastak ki sada tum to nahi ho
Mehsoos kiya tumko to geeli hui palken
Bheege hue mausam ki adaa tum to nahi ho
Anjaani si raahon mein nahi koi bhi mera
Kisne mujhe apana kaha tum to nahi ho
Duniya ko baharhaal gile shikwe rahenge
Duniya ki tarah mujhse khafa tum to nahi ho
-Bashir Badr
No comments:
Post a Comment