अब ख़ुशी है न कोई दर्द रुलाने वाला
हमने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला
उसको रुख़्सत तो किया था, मुझे मालूम न था
सारा घर ले गया, घर छोड़ के जाने वाला
(रुख़्सत करना = विदा करना)
इक मुसाफ़िर के सफ़र जैसी है, सब की दुनिया
कोई जल्दी में, कोई देर से जाने वाला
एक बे-चेहरा सी उम्मीद है, चेहरा-चेहरा,
जिस, तरफ़ देखिये आने को है आने वाला
दूर के चाँद को ढूँढो न किसी आँचल में
ये उजाला नहीं आँगन में समाने वाला
- निदा फ़ाज़ली
ab khushi hai na koi dard rulaane waala
humne apna liya har rang zamaane waala
usko rukhsat to kiya tha mujhe maloom na tha
saara ghar le gaya, ghar chod ke jaane waala
ik musafir ke safar jaisi hai sabki duniya
koi jaldi mein koi der se jaane waala
ek be-chehra see ummeed hai chehra-chehra
jis taraf dekhiye aane ko hai aane waala
-Nida Fazli
हमने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला
उसको रुख़्सत तो किया था, मुझे मालूम न था
सारा घर ले गया, घर छोड़ के जाने वाला
(रुख़्सत करना = विदा करना)
इक मुसाफ़िर के सफ़र जैसी है, सब की दुनिया
कोई जल्दी में, कोई देर से जाने वाला
एक बे-चेहरा सी उम्मीद है, चेहरा-चेहरा,
जिस, तरफ़ देखिये आने को है आने वाला
दूर के चाँद को ढूँढो न किसी आँचल में
ये उजाला नहीं आँगन में समाने वाला
- निदा फ़ाज़ली
ab khushi hai na koi dard rulaane waala
humne apna liya har rang zamaane waala
usko rukhsat to kiya tha mujhe maloom na tha
saara ghar le gaya, ghar chod ke jaane waala
ik musafir ke safar jaisi hai sabki duniya
koi jaldi mein koi der se jaane waala
ek be-chehra see ummeed hai chehra-chehra
jis taraf dekhiye aane ko hai aane waala
-Nida Fazli
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