हम को दुश्मन की निगाहों से न देखा कीजे
प्यार ही प्यार हैं हम, हम पे भरोसा कीजे
चंद यादों के सिवा हाथ न कुछ आयेगा
इस तरह उम्र-ए-गुरेज़ाँ का न पीछा कीजे
(उम्र-ए-गुरेज़ाँ = भागती हुई उम्र)
रौशनी औरों के आँगन में गवारा न सही
कम से कम अपने ही घर में तो उजाला कीजे
(गवारा = रुचिकर, सहन)
क्या ख़बर कब वो चले आएँगे मिलने के लिये
रोज़ पल्कों पे नई शम्में जलाया कीजे
-रईस अख़्तर
hum ko dushman ki nigaaho.n se na dekhaa keeje
pyaar hi pyaar hai.n ham, ham pe bharosaa keeje
cha.nd yaado.n ke sivaa haath na kuchh aayegaa
is tarah umr-e-gurezaaN kaa na peechaa keeje
roshni auro.n ke aa.Ngan me.n gavaaraa na sahii
kam se kam apane hi ghar me.n to ujaalaa keeje
kyaa khabar kab wo chale aaye.nge milane ke liye
roz palko.n pe nayi shamme.n jalaayaa keeje
-Rais Akhtar
प्यार ही प्यार हैं हम, हम पे भरोसा कीजे
चंद यादों के सिवा हाथ न कुछ आयेगा
इस तरह उम्र-ए-गुरेज़ाँ का न पीछा कीजे
(उम्र-ए-गुरेज़ाँ = भागती हुई उम्र)
रौशनी औरों के आँगन में गवारा न सही
कम से कम अपने ही घर में तो उजाला कीजे
(गवारा = रुचिकर, सहन)
क्या ख़बर कब वो चले आएँगे मिलने के लिये
रोज़ पल्कों पे नई शम्में जलाया कीजे
-रईस अख़्तर
hum ko dushman ki nigaaho.n se na dekhaa keeje
pyaar hi pyaar hai.n ham, ham pe bharosaa keeje
cha.nd yaado.n ke sivaa haath na kuchh aayegaa
is tarah umr-e-gurezaaN kaa na peechaa keeje
roshni auro.n ke aa.Ngan me.n gavaaraa na sahii
kam se kam apane hi ghar me.n to ujaalaa keeje
kyaa khabar kab wo chale aaye.nge milane ke liye
roz palko.n pe nayi shamme.n jalaayaa keeje
-Rais Akhtar
उम्र ए गुरेज़ा का मतलब?
ReplyDeleteउम्र-ए-गुरेज़ाँ = भागती हुई उम्र
DeleteI have updated the meaning in the post. :)