मिलकर जुदा हुए तो न सोया करेंगे हम
एक दूसरे की याद में रोया करेंगे हम
आँसू छलक छलक के सतायेंगे रात भर
मोती पलक पलक में पिरोया करेंगे हम
जब दूरियों की याद दिलों को जलायेगी,
जिस्मों को चांदनी में भिगोया करेंगे हम
गर दे गया दग़ा हमें तूफ़ान भी ‘क़तील’
साहिल पे कश्तियों को डुबोया करेंगे हम
(साहिल = किनारा)
-क़तील शिफ़ाई
इसी ग़ज़ल के कुछ और अश'आर:
मजबूरियों के ज़हर से कर लेंगे ख़ुदकुशी
ये बुज़दिली का जुर्म भी गोया करेंगे हम
दिल जल रहा है ज़र्द शजर देख देख कर
अब चाहतों के बीज न बोया करेंगे हम
(ज़र्द शजर = पीले सूखे हुए पेड़)
बिन कर हर एक बज़्म का मौज़ू-ए-गुफ़्तुगू
शेरों में तेरे ग़म को समोया करेंगे हम
(बज़्म = महफ़िल), (मौज़ू-ए-गुफ़्तुगू = बातचीत का विषय)
Milkar Juda Huye To Na Soya Karenge Hum
Ek Doosre Ke Yaad Mein Roya Karenge Hum
Aansoo Chalak Chalak Ke Sathaayenge Raat Bhar
Moti Palak Palak Mein Piroyaa Karenge Hum
Jab Dooriyon Ki Yaad Dilon Ko Jalaayegi
Jismon Ko Chaandni Mein Bhigoya Karenge Hum
Gar De Gaya Daga Hamen Toofan Bhi 'Qateel'
Sahil Pe Kashtiyon Ko DoobOya Karenge Hum
-Qateel Shifai
एक दूसरे की याद में रोया करेंगे हम
आँसू छलक छलक के सतायेंगे रात भर
मोती पलक पलक में पिरोया करेंगे हम
जब दूरियों की याद दिलों को जलायेगी,
जिस्मों को चांदनी में भिगोया करेंगे हम
गर दे गया दग़ा हमें तूफ़ान भी ‘क़तील’
साहिल पे कश्तियों को डुबोया करेंगे हम
(साहिल = किनारा)
-क़तील शिफ़ाई
इसी ग़ज़ल के कुछ और अश'आर:
मजबूरियों के ज़हर से कर लेंगे ख़ुदकुशी
ये बुज़दिली का जुर्म भी गोया करेंगे हम
दिल जल रहा है ज़र्द शजर देख देख कर
अब चाहतों के बीज न बोया करेंगे हम
(ज़र्द शजर = पीले सूखे हुए पेड़)
बिन कर हर एक बज़्म का मौज़ू-ए-गुफ़्तुगू
शेरों में तेरे ग़म को समोया करेंगे हम
(बज़्म = महफ़िल), (मौज़ू-ए-गुफ़्तुगू = बातचीत का विषय)
Milkar Juda Huye To Na Soya Karenge Hum
Ek Doosre Ke Yaad Mein Roya Karenge Hum
Aansoo Chalak Chalak Ke Sathaayenge Raat Bhar
Moti Palak Palak Mein Piroyaa Karenge Hum
Jab Dooriyon Ki Yaad Dilon Ko Jalaayegi
Jismon Ko Chaandni Mein Bhigoya Karenge Hum
Gar De Gaya Daga Hamen Toofan Bhi 'Qateel'
Sahil Pe Kashtiyon Ko DoobOya Karenge Hum
-Qateel Shifai
mil kar juda hue to naa soyaa karenge hum
ReplyDeletemil kar juda hue to naa soyaa karenge hum
ek duusare kee yaad mein royaa karenge hum
mil kar juda hue to
ansu chhalak-chhalak ke sataayenge raat bhar
ansu chhalak-chhalak ke sataayenge raat bhar
moti palak-palak mein piroyaa karenge hum
ek duusare kee yaad mein royaa karenge hum
mil kar juda hue to
jab duriyon kee yaad
jab duriyon kee yaad dilon ko jalaaegi
jab duriyon kee yaad dilon ko jalaaegi
jismon ko chaandanee mein bhigoya karenge hum
ek duusare kee yaad mein royaa karenge hum
mil kar juda hue to
gar de gaya dawa hamein toofaan bhee qatil
gar de gaya dawa hamein toofaan bhee qatil
saahil pe kashtiyon ko duboya karenge hum
ek duusare kee yaad mein royaa karenge hum
mil kar juda hue to naa soyaa karenge hum
ek duusare kee yaad mein royaa karenge hum
mil kar juda hue to