चाक जिगर के सी लेते हैं
जैसे भी हो जी लेते हैं
(चाक = फटा हुआ)
दर्द मिले तो सह लेते हैं
अश्क मिले तो पी लेते हैं
(अश्क = आँसू)
आप कहें तो मर जाएँ हम
आप कहें तो जी लेते हैं
बेज़ारी के अँधियारे में
जीने वाले जी लेते हैं
(बेज़ारी = अप्रसन्नता, नाराज़गी)
हम तो हैं उन फूलों जैसे
जो काँटों में जी लेते हैं
-नदीम परमार
Chaak jigar ke see lete hain
Jaise bhi ho jee lete hain
Dard mile to seh lete hain
Ashk mile to pee lete hain
Aap kahen to mar jaayen hum
Aap kahen to jee lete hain
Bezari ke andhiyaare mein
Jeene wale jee lete hain
Hum to hain un phoolon jaise
Jo kaanto mein jee lete hain
-Nadeem Parmar
जैसे भी हो जी लेते हैं
(चाक = फटा हुआ)
दर्द मिले तो सह लेते हैं
अश्क मिले तो पी लेते हैं
(अश्क = आँसू)
आप कहें तो मर जाएँ हम
आप कहें तो जी लेते हैं
बेज़ारी के अँधियारे में
जीने वाले जी लेते हैं
(बेज़ारी = अप्रसन्नता, नाराज़गी)
हम तो हैं उन फूलों जैसे
जो काँटों में जी लेते हैं
-नदीम परमार
Chaak jigar ke see lete hain
Jaise bhi ho jee lete hain
Dard mile to seh lete hain
Ashk mile to pee lete hain
Aap kahen to mar jaayen hum
Aap kahen to jee lete hain
Bezari ke andhiyaare mein
Jeene wale jee lete hain
Hum to hain un phoolon jaise
Jo kaanto mein jee lete hain
-Nadeem Parmar
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