होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िन्दगी क्या चीज़ है
(बेख़ुदी = बेख़बरी, आत्मविस्मृति)
उन से नज़रें क्या मिली रोशन फ़िज़ाएँ हो गईं
आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज़ है
(फ़िज़ा = वातावरण)
खुलती ज़ुल्फ़ों ने सिखाई मौसमों को शायरी
झुकती आँखों ने बताया मयकशी क्या चीज़ है
हम लबों से कह न पाये उन से हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामोशी क्या चीज़ है
-निदा फ़ाज़ली
Hosh walon ko khabar kya bekhudi kya cheez hai
Ishq keeje phir samajhiye zindagi kya cheez hai
Unse nazren kya mili roshan fizayen ho gayeen
Aaj jaana pyaar ki jadugari kya cheez hai
Khulti zulfon ne sikhayi mausamon ko shayari
Jhukti aankhon ne bataya maikashi kya cheez hai
Hum labon se keh na paye Un se haal-e dil kabhi
Aur wo samjhe nahi ye khamoshi kya cheez hai
-Nida Fazli
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िन्दगी क्या चीज़ है
(बेख़ुदी = बेख़बरी, आत्मविस्मृति)
उन से नज़रें क्या मिली रोशन फ़िज़ाएँ हो गईं
आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज़ है
(फ़िज़ा = वातावरण)
खुलती ज़ुल्फ़ों ने सिखाई मौसमों को शायरी
झुकती आँखों ने बताया मयकशी क्या चीज़ है
हम लबों से कह न पाये उन से हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामोशी क्या चीज़ है
-निदा फ़ाज़ली
Parwaaz - Live concert in Singapore
Movie: Sarfarosh
Hosh walon ko khabar kya bekhudi kya cheez hai
Ishq keeje phir samajhiye zindagi kya cheez hai
Unse nazren kya mili roshan fizayen ho gayeen
Aaj jaana pyaar ki jadugari kya cheez hai
Khulti zulfon ne sikhayi mausamon ko shayari
Jhukti aankhon ne bataya maikashi kya cheez hai
Hum labon se keh na paye Un se haal-e dil kabhi
Aur wo samjhe nahi ye khamoshi kya cheez hai
-Nida Fazli
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