तेरे बग़ैर जी न सके हम तो क्या हुआ
जाँ लेके जायेगा ये तेरा ग़म तो क्या हुआ
अपनी वफ़ा हयात-ओ-क़ज़ा से बईद है
इस ज़िन्दगी में मिल न सके हम तो क्या हुआ
(हयात-ओ-क़ज़ा = जीवन और मृत्यु), (बईद = फ़ासले पर, अलग, पृथक)
ज़िंदादिली से जीने दो यारों अभी हमें
अपनी ये ज़िंदगी है अगर कम तो क्या हुआ
मिलके सहर से माथे पे 'अंजुम' शिकन न हो
देखी है दिल ने चश्म-ए-शब-ए-नम तो क्या हुआ
(सहर = सुबह), (चश्म-ए-शब-ए-नम = रात की भीगी/ आँसू भरी आँख, चंद्रमा की नम आँखें)
-सरदार अंजुम
Tere bagair jee na sake hum to kya hua
Jaan leke jaayega ye tera gham to kya hua
Apni wafaa hayaat-o-kazaa se ba'eed hai
Is zindagi mein mil na sake hum to kya hua
Zindadili se jeene do yaroon abhi hamen
Apni ye zindagi hai agar kam to kya hua
Milke sahar se maathe pe 'anjum' shikan na ho
Dekhi hai dil ne chashm-e-shab-e-nam to kya hua
जाँ लेके जायेगा ये तेरा ग़म तो क्या हुआ
अपनी वफ़ा हयात-ओ-क़ज़ा से बईद है
इस ज़िन्दगी में मिल न सके हम तो क्या हुआ
(हयात-ओ-क़ज़ा = जीवन और मृत्यु), (बईद = फ़ासले पर, अलग, पृथक)
ज़िंदादिली से जीने दो यारों अभी हमें
अपनी ये ज़िंदगी है अगर कम तो क्या हुआ
मिलके सहर से माथे पे 'अंजुम' शिकन न हो
देखी है दिल ने चश्म-ए-शब-ए-नम तो क्या हुआ
(सहर = सुबह), (चश्म-ए-शब-ए-नम = रात की भीगी/ आँसू भरी आँख, चंद्रमा की नम आँखें)
-सरदार अंजुम
Jaan leke jaayega ye tera gham to kya hua
Apni wafaa hayaat-o-kazaa se ba'eed hai
Is zindagi mein mil na sake hum to kya hua
Zindadili se jeene do yaroon abhi hamen
Apni ye zindagi hai agar kam to kya hua
Milke sahar se maathe pe 'anjum' shikan na ho
Dekhi hai dil ne chashm-e-shab-e-nam to kya hua
-Sardar Anjum
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