Saturday 18 December 2021

Ab ke saawan ghar aa ja/ अब के सावन घर आ जा

ठुमरी 





1 comment:

  1. आदरणीय दीपांकर जी,
    एक गज़ल कि lyrics ढूँढते हुए आपका ये ब्लॉग मिला ! सारे ब्लॉग बहुत पुराने थे तो मुझे लगा कि अब शायद नहीं डालते होंगें पर ये पोस्ट देख कर बहुत खुशी हुई ! आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं हमारी पीढ़ी के कुछ चुनिंदा लोगों के लिए जो आज भी ग़ज़ल में शौक रखते हैं !प्रणाम आपको !

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