आदमी आदमी को क्या देगा
जो भी देगा वहीं ख़ुदा देगा
मेरा क़ातिल ही मेरा मुन्सिफ़ हैं
क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा
(मुन्सिफ़ = मुंसिफ़ = न्यायकर्ता, इंसाफ़ करनेवाला)
ज़िन्दगी को क़रीब से देखो
इसका चेहरा तुम्हें रुला देगा
हमसे पूछो दोस्ती का सिला
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा
(सिला = इनाम, असर, फल)
इश्क़ का ज़हर पी लिया 'फ़ाकिर'
अब मसीहा भी क्या दवा देगा
-सुदर्शन फ़ाकिर
Aadmi aadmi ko kya dega
Jo bhi dega wohi khuda dega
Mera qaatil hi mera munsif hai
Kya mere haq mein faisla dega
Zindagi ko kareeb se dekho
Iska chehra tumhe rulaa dega
Hamse pucho dosthi ka silaa
Dushmanon ka bhi dil hilaa dega
Ishq ka zehar pee liya 'Faakir'
Ab maseeha bhi kya dawa dega
-Sudarshan Faakir
जो भी देगा वहीं ख़ुदा देगा
मेरा क़ातिल ही मेरा मुन्सिफ़ हैं
क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा
(मुन्सिफ़ = मुंसिफ़ = न्यायकर्ता, इंसाफ़ करनेवाला)
ज़िन्दगी को क़रीब से देखो
इसका चेहरा तुम्हें रुला देगा
हमसे पूछो दोस्ती का सिला
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा
(सिला = इनाम, असर, फल)
इश्क़ का ज़हर पी लिया 'फ़ाकिर'
अब मसीहा भी क्या दवा देगा
-सुदर्शन फ़ाकिर
Parwaaz - Live concert in Singapore
Aadmi aadmi ko kya dega
Jo bhi dega wohi khuda dega
Mera qaatil hi mera munsif hai
Kya mere haq mein faisla dega
Zindagi ko kareeb se dekho
Iska chehra tumhe rulaa dega
Hamse pucho dosthi ka silaa
Dushmanon ka bhi dil hilaa dega
Ishq ka zehar pee liya 'Faakir'
Ab maseeha bhi kya dawa dega
-Sudarshan Faakir
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