दर्द से मेरा दामन भर दे या अल्लाह
फिर चाहे दीवाना कर दे या अल्लाह
मैनें तुझसे चाँद सितारे कब माँगे
रौशन दिल, बेदार नज़र दे या अल्लाह
(बेदार = जागृत)
सूरज सी इक चीज़ तो हम सब देख चुके
सचमुच की अब कोई सहर दे या अल्लाह
(सहर = सुबह)
या धरती के ज़ख़्मों पर मरहम रख दे
या मेरा दिल पत्थर कर दे या अल्लाह
-क़तील शिफ़ाई
Dard se mera daaman bharde ya allah
phir chahe deewana karde ya allah
maine tujh se chaand sitaare kab maange
roshan dil, bedaar nazar de ya allah
suraj si ek cheez to hum sab dekh chuke
sachmuch ki ab koi saher de ya allah
ya dharti ke zakhmon par marham rakhde
ya mera dil patthar kar de ya allah
-Qateel Shifai
फिर चाहे दीवाना कर दे या अल्लाह
मैनें तुझसे चाँद सितारे कब माँगे
रौशन दिल, बेदार नज़र दे या अल्लाह
(बेदार = जागृत)
सूरज सी इक चीज़ तो हम सब देख चुके
सचमुच की अब कोई सहर दे या अल्लाह
(सहर = सुबह)
या धरती के ज़ख़्मों पर मरहम रख दे
या मेरा दिल पत्थर कर दे या अल्लाह
-क़तील शिफ़ाई
Dard se mera daaman bharde ya allah
phir chahe deewana karde ya allah
maine tujh se chaand sitaare kab maange
roshan dil, bedaar nazar de ya allah
suraj si ek cheez to hum sab dekh chuke
sachmuch ki ab koi saher de ya allah
ya dharti ke zakhmon par marham rakhde
ya mera dil patthar kar de ya allah
-Qateel Shifai
Soulful and most touching - Thanks
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत
ReplyDeleteThanks for the meanings. Very touching ghazal.
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