सच्ची बात कही थी मैंने
लोगों ने सूली पे चढाया
मुझ को ज़हर का जाम पिलाया
फिर भी उनको चैन न आया
ले के जहाँ भी वक़्त गया है
ज़ुल्म मिला है ज़ुल्म सहा है
सच का ये इनाम मिला है
सब से बेहतर कभी न बनना
जग के रहबर कभी न बनना
पीर पयम्बर कभी न बनना
(रहबर = रास्ता दिखाने वाला, पथप्रदर्शक), (पीर = धर्म गुरु), (पयम्बर =अवतार, पैगम्बर)
चुप रह कर ही वक़्त गुज़ारो
सच कहने पे जाँ मत वारो
कुछ तो सीखो मुझ से यारो
-सबीर दत्त
Sachchi baat kahi thi maine
logon ne sooli pe chadhaya
mujhko zehar ka jaam pilaaya
phir bhi unko cha'in na aaya
leke jahan bhi waqt gaya hai
zulm mila hai zulm saha hai
sach ka ye inaam mila hai
sab se behtar kabhi na ban'na
jag ke rehbar kabhi na ban'na
peer pa'yambar kabhi na ban'na
chup rehkar hi waqt guzaaro
sach kehne pe jaan mat waaro
kuch to seekho mujh se yaaro
-Sabir Dutt
लोगों ने सूली पे चढाया
मुझ को ज़हर का जाम पिलाया
फिर भी उनको चैन न आया
ले के जहाँ भी वक़्त गया है
ज़ुल्म मिला है ज़ुल्म सहा है
सच का ये इनाम मिला है
सब से बेहतर कभी न बनना
जग के रहबर कभी न बनना
पीर पयम्बर कभी न बनना
(रहबर = रास्ता दिखाने वाला, पथप्रदर्शक), (पीर = धर्म गुरु), (पयम्बर =अवतार, पैगम्बर)
चुप रह कर ही वक़्त गुज़ारो
सच कहने पे जाँ मत वारो
कुछ तो सीखो मुझ से यारो
-सबीर दत्त
Sachchi baat kahi thi maine
logon ne sooli pe chadhaya
mujhko zehar ka jaam pilaaya
phir bhi unko cha'in na aaya
leke jahan bhi waqt gaya hai
zulm mila hai zulm saha hai
sach ka ye inaam mila hai
sab se behtar kabhi na ban'na
jag ke rehbar kabhi na ban'na
peer pa'yambar kabhi na ban'na
chup rehkar hi waqt guzaaro
sach kehne pe jaan mat waaro
kuch to seekho mujh se yaaro
-Sabir Dutt
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