या तो मिट जाइये या मिटा दीजिये
कीजिये जब भी सौदा खरा कीजिये
अब जफ़ा कीजिये या वफ़ा कीजिये
आख़री वक़्त है बस दुआ कीजिये
(जफ़ा = सख्ती, जुल्म, अत्याचार)
अपने चेहरे से ज़ुल्फ़ें हटा दीजिये
और फिर चाँद का सामना कीजिये
हर तरफ़ फूल ही फूल खिल जायेंगे
आप ऐसे ही हँसते रहा कीजिये
आप की ये हँसी जैसे घुँघरू बजे
और क़यामत है क्या ये बता दीजिये
हो सके तो ये हमको सज़ा दीजिये,
अपनी ज़ुल्फों का क़ैदी बना लीजिये
-वाजिदा तबस्सुम
Yaa to mit jaaiye ya mita deejiye
keejiye jo bhi sauda khara keejiye
ab jafa kijiye ya wafa keejiye
aakhri waqt hai bas dua keejiye
apne chehre se zulfen hata deejiye
aur phir chaand ka saamna keejiye
har taraf phool hi phool khil jaayenge
aap aise hi hanste raha keejiye
aap kee ye hansi jaise ghoongru baje
aur qayamat hai kya ye bata deejiye
-Wajida Tabassum
कीजिये जब भी सौदा खरा कीजिये
अब जफ़ा कीजिये या वफ़ा कीजिये
आख़री वक़्त है बस दुआ कीजिये
(जफ़ा = सख्ती, जुल्म, अत्याचार)
अपने चेहरे से ज़ुल्फ़ें हटा दीजिये
और फिर चाँद का सामना कीजिये
हर तरफ़ फूल ही फूल खिल जायेंगे
आप ऐसे ही हँसते रहा कीजिये
आप की ये हँसी जैसे घुँघरू बजे
और क़यामत है क्या ये बता दीजिये
हो सके तो ये हमको सज़ा दीजिये,
अपनी ज़ुल्फों का क़ैदी बना लीजिये
-वाजिदा तबस्सुम
Yaa to mit jaaiye ya mita deejiye
keejiye jo bhi sauda khara keejiye
ab jafa kijiye ya wafa keejiye
aakhri waqt hai bas dua keejiye
apne chehre se zulfen hata deejiye
aur phir chaand ka saamna keejiye
har taraf phool hi phool khil jaayenge
aap aise hi hanste raha keejiye
aap kee ye hansi jaise ghoongru baje
aur qayamat hai kya ye bata deejiye
-Wajida Tabassum
इस ग़ज़ल में चार मतले है,आपके लिखे पहले ३ शेर ३ मतले है और चौथा मतला है..
ReplyDeleteहो सके तो ये हमको सज़ा दीजिये,
अपनी ज़ुल्फों का क़ैदी बना लीजिये...
~~ Manoj Kashyap
शुक्रिया मनोज जी
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