जो नज़र कामयाब होती है
आप अपना जवाब होती है
जि़न्दगी जब अज़ाब होती है
आशिकी कामयाब होती है
(अज़ाब = दुख, कष्ट, संकट)
तेरे आगे लताफ़त-ए-शबनम
शर्म से आब-आब होती है
(लताफ़त-ए-शबनम = ओस की कोमलता/ नर्मी/ पवित्रता), (आब-आब = पानी-पानी)
रोकिये अपनी मस्त नज़रों को
सारी दुनिया ख़राब होती है
उस चमन की बहार क्या कहना
पंखुड़ी भी गुलाब होती है
मस्त आँखों का ध्यान आता है
सामने जब शराब होती है
उनके आशिक़ की ज़िन्दगी 'माहिर'
कितनी नाकामयाब होती है
-माहिर भोपाली
Jo nazar kamyaab hoti hai
Aap apana jawab hoti hai
Zindgi jab azaab hoti hai
Ashiqui kamayab hoti hai
Tere aage latafat-e-shabnam
Sharm se aab-aab hoti hai
Rokiye apni mast nazron ko
Saari duniya kharab hoti hai
Us chaman ki bahaar kya kahna
Pankhudi bhi gulaab hoti hai
Mast aankho'n ka dhyaan aata hai
Saamne jab sharaab hoti hai
Un ke aashiq ki zindagi 'Mahir'
Kitni nakaamyaab hoti hai
-Mahir Bhopali
आप अपना जवाब होती है
जि़न्दगी जब अज़ाब होती है
आशिकी कामयाब होती है
(अज़ाब = दुख, कष्ट, संकट)
तेरे आगे लताफ़त-ए-शबनम
शर्म से आब-आब होती है
(लताफ़त-ए-शबनम = ओस की कोमलता/ नर्मी/ पवित्रता), (आब-आब = पानी-पानी)
रोकिये अपनी मस्त नज़रों को
सारी दुनिया ख़राब होती है
उस चमन की बहार क्या कहना
पंखुड़ी भी गुलाब होती है
मस्त आँखों का ध्यान आता है
सामने जब शराब होती है
उनके आशिक़ की ज़िन्दगी 'माहिर'
कितनी नाकामयाब होती है
-माहिर भोपाली
Jo nazar kamyaab hoti hai
Aap apana jawab hoti hai
Zindgi jab azaab hoti hai
Ashiqui kamayab hoti hai
Tere aage latafat-e-shabnam
Sharm se aab-aab hoti hai
Rokiye apni mast nazron ko
Saari duniya kharab hoti hai
Us chaman ki bahaar kya kahna
Pankhudi bhi gulaab hoti hai
Mast aankho'n ka dhyaan aata hai
Saamne jab sharaab hoti hai
Un ke aashiq ki zindagi 'Mahir'
Kitni nakaamyaab hoti hai
-Mahir Bhopali
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